मुस्कुराने की सजा
सजा मिली है मुझको ज्यादा हद से मुस्कुराने की,
बड़ी ही गंदी नजर लगी है, कमबख्त इस जमाने की।
बेवफाई करने वाले हर एक शख्स को उसका यार मुबारक,
मगर ध्यान रखना लगेगी हाय सबको इस दीवाने की।
यहां दिल तोड़ने में डिग्रियां कर रखी है सबने,
मगर मिलेगी बद्दुआ सबको किसी का दिल दुखाने की।
इस बेशर्म दुनिया में तो तुम सर उठाकर जी ही लोगे,
मगर खुदा के सामने मिलेगी नहीं तुम्हें जगह, मुंह छुपाने की।
इस मोहब्बत का दूसरा नाम धोखा ही ना रख दो,
फिर किसी की हिम्मत तो ना होगी, किसी से दिल लगाने की।
- दिगम्बर रमेश हिंदुस्तानी 🇮🇳
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